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उत्तरप्रदेश

गाजियाबाद: लिफ्ट में 25 मिनट तक फंसी रहीं 3 मासूम बच्चियां, मुकदमा दर्ज

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लिफ्ट में 25 मिनट तक फंसी रहीं 3 मासूम

Ghaziabad News: यूपी के गाजियाबाद से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।  यहां एक अपार्टमेंट में लिफ्ट खराब होने से तीन मासूम बच्चियां करीब आधे घंटे तक अंदर फंसी रही।  इस दौरान बुरी तरह से घबराई हुई बच्चियों के पास किसी तरह की मदद नहीं पहुंची।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।  मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला 29 नवंबर की शाम का है।  मामला क्रॉसिंग रिपब्लिक की एसोटेक नेस्ट हाउसिंग सोसायटी का है।  बताया जा रहा है कि तीनों बच्चियां लिफ्ट में सवार थी।  तभी अचानक लिफ्ट बीच में बंद हो गई।

इस पूरे मामले का सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।  जिसमें देखा जा सकता है तीनों बच्चियां बुरी तरह से घबराई हुई है।  इस दौरान बच्चियां मदद पाने की कोशिश भी करती हुई देखी जा रही है।  काफी देर तक लिफ्ट खोलने की कोशिश करती है और इमरजेंसी कॉल बटन भी प्रेस करती है लेकिन बावजूद इसके लगभग आधे घंटे तक कोई भी मदद नहीं पहुंची।

इस पूरे मामले में एक बच्ची के पिता ने शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि लिफट काफी समय से खराब है जिसमें अक्सर लोग फंस जाते हैं।  इसकी कई बार शिकायत की गई लेकिन हर बार उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया।  पिता ने अपनी शिकायत में कहा है कि लिफ्ट में बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की जान को खतरा है।

हालांकि तीनों बच्चियां सुरक्षित हैं। लेकिन कोई भी बड़ी दुर्घटना इस दौरान हो सकती थी।  बिल्डिंग में रह रहे लोगों ने कहा है कि बच्चे अब लिफ्ट का इस्तेमाल करने से डर रहे हैं।

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दोस्ती, प्यार और जेंडर चेंज… शादी की बात पर हुई अनबन तो लगाई लाखों की गाड़ी में आग

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Uttar Pardesh: कानपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां वैभव शुक्ला नाम के लड़के की सोशल मीडिया पर इंदौर के दीप तनवानिया से दोस्ती हो गई. बदलते दिनों की तरह वैभव शुक्ला और दीप तनवानिया की दोस्ती भी इंस्टाग्राम के जरिए प्यार में बदलती चली गई. फिर जब दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा और बात शादी तक पहुंची तो दीप ने अपने ब्रेस्ट की सर्जरी करवाई। फिर कुछ दिनों तक मामला चलता रहा. यह जानकारी डीसीपी श्रवण कुमार ने दी.

शादी की बात पर विवाद हो गया।

श्रवण कुमार ने बताया कि अब जब दीप तनवानिया ने ब्रेस्ट सर्जरी करवाकर अपना लिंग परिवर्तन कराया तो वह शादी के लिए जिद करने लगा, लेकिन कुछ दिनों बाद दोनों के बीच अनबन हो गई, जिसके चलते वैभव ने शादी करने से इनकार कर दिया. इस बात से दीप तनवानिया बहुत नाराज हो गया और उसने वैभव को सबक सिखाने की योजना बना डाली.

डीसीपी ने आगे बताया कि दीप ने इंदौर के आपराधिक प्रवृत्ति के लड़के रोहन यादव के साथ कानपुर आने का फैसला किया. कानपुर पहुंच कर दोनों ने ऑनलाइन एक स्कूटर किराये पर लिया और उसमें पेट्रोल भरवाया, फिर वैभव के आसपास खोजबीन शुरू कर दी. फिर मौका मिलते ही उन्होंने वैभव की कार पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी और फिर दोनों मौके से भाग गए.

सीसीटीवी की मदद से पकड़ा गया आरोपी

डीसीपी श्रवण कुमार ने आगे बताया कि जैसे ही यह घटना हुई, दोनों ने भागने का प्लान बना लिया. घटना के बाद दीप और रोहन कानपुर से भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने ऑपरेशन त्रिनेत्र की मदद से शहर में लगे सीसीटीवी की मदद से दोनों आरोपियों की पहचान कर ली और दीप तनवानिया और रोहन यादव को फजलगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. .

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उत्तरप्रदेश

SP ऑफिस के बाहर शख्स ने खुद को लगाई आग, पुलिस पर सपा अध्यक्ष ने उठाए सवाल

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उत्तर प्रदेश: शाहजहाँपुर जिले में मंगलवार को एक व्यक्ति ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय में खुद को आग लगा ली, जिसमें वह झुलस गया। पुलिस ने उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। पुलिस के मुताबिक, ताहिर (45 वर्ष) आज दोपहर जिले के कांत नगर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आया और अपने ऊपर कुछ तरल पदार्थ डालकर आग लगा ली, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने तुरंत आग बुझा दी. इस घटना में पीड़िता के पैर जल गये. पुलिस के मुताबिक, ताहिर का जिले के सदर बाजार थाना क्षेत्र के नगरिया बहाव निवासी उमेश तिवारी से दो छोटे मालवाहक वाहनों की बिक्री को लेकर विवाद है.

मामले पर अखिलेश की प्रतिक्रिया

इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. सुविधा मुहैया कराई जाए और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, इस पोस्ट में अखिलेश यादव ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए।” इसी पोस्ट में यादव ने कहा, ”जब राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की तुलना में प्राथमिक रिपोर्ट बहुत कम हैं। एनसीआरबी रिपोर्ट कानून और व्यवस्था की इतनी खराब स्थिति दिखाती है। यदि सचमुच हर अपराध की रिपोर्ट लिखी जाती है तो क्या पता प्रदेश का तथाकथित अमृतकाल शर्म से आत्महत्या कर ले।

क्या है पूरा मामला?

पुलिस अधीक्षक (एसपी) अशोक कुमार मीणा ने कहा कि ताहिर अली और उमेश तिवारी परिचित हैं और उनके व्यापारिक संबंध हैं. उनके मुताबिक दो छोटी ‘लोडर’ गाड़ियों के मालिकाना हक को लेकर ताहिर अली का उमेश तिवारी से विवाद कोर्ट में चल रहा है और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ सदर बाजार में मुकदमा भी दर्ज कराया है, जिसकी जांच की जा रही है. रहा है।

मीना ने कहा कि पूरे मामले की जांच पुलिस अधीक्षक (नगर) संजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम कर रही है और जांच के बाद दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा, ”हम पूरे मामले को देख रहे हैं और इस मामले में जो भी दोषी होगा उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.” ताहिर ने बताया कि उसकी दो छोटी मालवाहक गाड़ियां उमेश तिवारी ने छीन ली है. उनके मुताबिक, उमेश तिवारी ने उन्हें ढाई साल में कुछ पैसे दिए हैं और वह उनकी गाड़ियां नहीं लौटा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने इस संबंध में पुलिस से भी शिकायत की है.

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Loksabha Chunav: यूपी में कांग्रेस को बड़ा झटका, वाराणसी से सांसद रहे राजेश मिश्रा बीजेपी में शामिल

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Uttar Pardesh: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद राजेश मिश्रा ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद राजेश मिश्रा को रविशंकर प्रसाद और अरुण सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई. माना जा रहा है कि राजेश भदोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।

बीजेपी में शामिल होने के बाद राजेश ने कहा कि मेरी कोशिश होगी कि इस बार बनारस लोकसभा सीट पर विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार को पोलिंग एजेंट न मिले. उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि मोदी जी वाराणसी के सांसद हैं. मोदी जी ने पूरे विश्व में देश का नाम रोशन किया है।

राजेश मिश्रा 2004 से 2009 के बीच वाराणसी से सांसद थे। अजय राय के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद ही राजेश मिश्रा ने पार्टी पर सवाल उठाए थे। जानकारी के मुताबिक वह भदोही सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन सपा से गठबंधन के चलते यह सीट कांग्रेस के खाते में नहीं गई. राजेश मिश्रा ने कहा कि यूपी में कांग्रेस ने सपा के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, यहां तक कि उम्मीदवारों को भी चुनाव नहीं लड़ने दिया गया. नहीं हैं। इतना ही नहीं उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी सवाल उठाए और कहा कि जाति का मुद्दा उठाना उचित नहीं है.

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